1. UP Dhan Kharid Yojana 2025: अब आंखों की स्कैनिंग से होगी धान खरीद, योगी सरकार ने बदले नियम
उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों के हित में बड़ा कदम उठाया है। धान खरीद प्रक्रिया में अब तकनीकी बदलाव किए गए हैं ताकि फर्जीवाड़े पर पूरी तरह रोक लगाई जा सके। शाहजहांपुर जिले में धान खरीद में गड़बड़ी रोकने के लिए अब आइरिस स्कैनिंग सिस्टम (Eye Scanning System) शुरू किया गया है। इस नई व्यवस्था के तहत अब किसानों और केंद्र प्रभारी दोनों की आंखों की स्कैनिंग के बाद ही धान की तौल की जाएगी।
नई तकनीक से होगी पारदर्शी खरीद
पहले धान खरीद केंद्रों पर ई-पॉप मशीन से किसानों की पहचान अंगूठे या उंगली के निशान से की जाती थी। लेकिन कई बार बुजुर्ग किसानों की उंगलियों के निशान साफ न आने या चोट के कारण पहचान संभव नहीं हो पाती थी, जिससे उन्हें दिक्कत होती थी। कुछ मामलों में इसी का फायदा उठाकर फर्जी खरीद-बिक्री भी की जाती थी।
अब सरकार ने इस समस्या का हल निकालते हुए ई-पॉप मशीन में आइरिस स्कैनिंग फीचर जोड़ा है। इस फीचर के आने से किसान को अब अंगूठे या उंगली की छाप देने की जरूरत नहीं होगी। आंख की पुतली स्कैन होते ही किसान की पहचान की पुष्टि हो जाएगी और तौल प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
कैसे काम करेगा नया सिस्टम
खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पहले केंद्र प्रभारी अपनी आंख की स्कैनिंग कर मशीन को एक्टिव करेगा। इसके बाद किसान की आंख की स्कैनिंग की जाएगी। जब दोनों की स्कैनिंग का डेटा मेल खाएगा, तभी तौल की प्रक्रिया शुरू होगी।
इस नई तकनीक से जहां धान खरीद में पारदर्शिता आएगी, वहीं किसानों को भुगतान में देरी का सामना नहीं करना पड़ेगा। पहले पहचान सत्यापन में गलती होने पर पोर्टल पर डेटा अपलोड नहीं हो पाता था, जिससे भुगतान में देरी होती थी। अब यह समस्या पूरी तरह खत्म हो जाएगी।
किसानों को मिलेगी बड़ी राहत
योगी सरकार की यह पहल किसानों के लिए राहत भरी है। नई तकनीक से जहां फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी, वहीं किसान बिना किसी परेशानी के अपना धान बेच सकेंगे और समय पर भुगतान पा सकेंग
🔹 मुख्य बिंदु:
धान खरीद में अब आइरिस स्कैनिंग सिस्टम लागू।
किसान और केंद्र प्रभारी दोनों की आंख स्कैनिंग के बाद होगी तौल।
फर्जीवाड़ा और भुगतान में देरी पर लगेगी रोक।
बुजुर्ग किसानों को मिलेगी बड़ी सुविधा।
पूरी प्रक्रिया होगी 100% पारदर्शी और सुरक्षित।